जन स्वास्थ्य संस्थानों में सक्रिय समन्वय की जरूरत: डॉ. हर्षवर्धन

 


जन स्वास्थ्य संस्थानों में सक्रिय समन्वय की जरूरत: डॉ. हर्षवर्धन


नई दिल्ली। राजधानी के मुनिरका स्थित केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान के 43वें वार्षिक समारोह में मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि जन स्वास्थ्य संस्थानों में सक्रिय समन्वय की जरूरत है। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि जन स्वास्थ्य के क्षेत्र में संस्थान को एक नई ऊर्जा, विचार और दृष्टि के साथ आगे बढ़ना चाहिए। अच्छा स्वास्थ्य 80 प्रतिशत बचाव का परिणाम है। इसलिए स्वयं को स्वस्थ रखना सबकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी है। उन्होंने ने कहा कि यदि हम नेकनीयती और पूरी निष्ठा से कार्य करें तो किसी भी समस्या का समाधान निकाल सकते हैं जैसे कि हमने पोलियो का उन्मूलन किया।


 

कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव एवं वित्तीय सलाहकार डॉ. धर्मेंद्र सिंह गंगवार, निदेशक प्रोफेसर हर्षद ठाकुर मौजूद थे। इस दौरान संस्थान की ओर से प्रतिवेदित अवधि की सांस्थानिक रिपोर्ट को प्रस्तुत किया गया। संस्थान की हिंदी पत्रिका जन स्वास्थ्य धारणा के 25वें रजत जयंती अंक का विमोचन भी किया गया। डॉ. गणेश शंकर श्रीवास्तव ने बताया कि पत्रिका के 14वें अंक को उत्कृष्ट संपादन एवं विषय सामग्री के लिए राजभाषा संस्थान द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है। पत्रिका के वर्तमान अंक में जन स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न विषयों पर महत्वपूर्ण जनोपयोगी लेखों को प्रकाशित किया गया है।